छात्र युवा संघर्ष वाहिनी , नौजवानों की जिस जमात से आपात-काल के खत्म होते होते जुड़ा उसने 'सांस्कृतिक क्रान्ति' का महत्व समझा । भवानी बाबू ने इस जमात को कहा ' सुरा-बेसुरा ' जैसा भी हो गाओ। सो , सुरे-बेसुरे गीतों का यह चिट्ठा ।
Wednesday, March 23, 2011
लोहिया जन्मशताब्दी पर गीत : इसलिए राह संघर्ष की हम चुनें, गीत : अनूप वशिष्ट
लोहिया जन्मशताब्दी पर अनूप वशिष्ट का गीत : इसलिए राह संघर्ष की हम चुनें । बेस्वर : मेरा
आपको ह्दय से बहुत बहुत बधाई । जब आम जन मानस की समृति से आजादी के पहले व बाद का प्रमुख योद्धा को भूल रही है तब आप नु पुन प्रयास वास्तव में बधाई के पात्र है। आशा है आप सम्पर्क कर मुझे अनुग्रहीत करेगे आलोक कुमार यादव संपादक 08057144394 , 09410268039
गाना बहुत अच्छा लगा| धन्यवाद|
ReplyDeleteआप ने सही पहचाना प्योली का ही फूल है|
आपको ह्दय से बहुत बहुत बधाई । जब आम जन मानस की समृति से आजादी के पहले व बाद का प्रमुख योद्धा को भूल रही है तब आप नु पुन प्रयास वास्तव में बधाई के पात्र है।
ReplyDeleteआशा है आप सम्पर्क कर मुझे अनुग्रहीत करेगे
आलोक कुमार यादव
संपादक
08057144394 , 09410268039