Wednesday, August 27, 2008

मुकेश के स्वर में

कल श्रोता बिरादरी ने सूचना दी कि आज मुकेश की पुण्य तिथि है । संगीत वाले चिट्ठों ने मुकेश के गीत प्रस्तुत किए हैं । मैं भी अपनी पसन्द के कुछ गीत और विडियो प्रस्तुत कर रहा हूँ , उम्मीद है आप को भी पसन्द हों ।

3 comments:

  1. rajnigandha..kayi baar....behad pasand hai..khaskar iskey bol..aabhaar

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  2. oh ye geet rah gaya thaa...zikr hota hai jub...gazab...

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  3. ज़िंदगी ख़्वाब है का यह वर्ज़न मेरे पास जो है उससे थोड़ा अलग लगा। आवाज़ पतली और कांपती सी लगी। हो सकता है तकनीकी खराबी हो या हो सकता है यह सचमुच ही दूसरा वर्ज़न हो… जो भी हो मज़ा आ गया।

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पसन्द - नापसन्द का इज़हार करें , बल मिलेगा ।