छात्र युवा संघर्ष वाहिनी , नौजवानों की जिस जमात से आपात-काल के खत्म होते होते जुड़ा उसने 'सांस्कृतिक क्रान्ति' का महत्व समझा । भवानी बाबू ने इस जमात को कहा ' सुरा-बेसुरा ' जैसा भी हो गाओ। सो , सुरे-बेसुरे गीतों का यह चिट्ठा ।
आनंद आ गया। आभार। होली पर हार्दिक शुभकामनाएं।
मेरा दुर्भाग्य कि इतने दिन इस मधुर ब्लोग से दूर रहा. अद्भुत....होली की शुभकामनायें...
पसन्द - नापसन्द का इज़हार करें , बल मिलेगा ।
आनंद आ गया। आभार। होली पर हार्दिक शुभकामनाएं।
ReplyDeleteमेरा दुर्भाग्य कि इतने दिन इस मधुर ब्लोग से दूर रहा. अद्भुत....
ReplyDeleteहोली की शुभकामनायें...