https://youtu.be/J4OIrZ7PvFs
बांसुरी बजा रहा बच्चा फिल्म में मूक था।गाना पहली बार जब सुना था तब मैं उसकी उम्र का था।मेरे स्कूल में 'दूर गगन की छांव में' जब दिखाई गई थी।
विविध भारती पर यह गाना बज रहा था,अभी उस दिन।मृत्यु से कुछ दिन पहले।हमेशा टिक टॉक पर सुनने वाली शशिकला को टोक कर स्वाति ने कहा,'ये अच्छा गाना सुनो।'
कहीं बैर न हो,कोई गैर न हो,सब मिल के यूं चलते चलें।
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पसन्द - नापसन्द का इज़हार करें , बल मिलेगा ।