tag:blogger.com,1999:blog-5996539712681912556.post8213276832378902047..comments2022-11-22T16:09:54.827+05:30Comments on आगाज़: येसूदास के आठ मधुर गीतअफ़लातूनhttp://www.blogger.com/profile/08027328950261133052noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-5996539712681912556.post-80272551232463965242009-06-30T06:43:34.978+05:302009-06-30T06:43:34.978+05:30येशुदास की आवाज मे जो कशीश है वह हमे अपनी ओर खिंचत...येशुदास की आवाज मे जो कशीश है वह हमे अपनी ओर खिंचती है । हम आपके आभारी है कि आपने उनका यहाँ संकलन सुनने के लिये यहां उपलब्ध करवाया ।naresh singhhttps://www.blogger.com/profile/16460492291809743569noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5996539712681912556.post-85141236113125288742009-06-29T14:03:39.952+05:302009-06-29T14:03:39.952+05:30ये आवाज भीतर घुसकर हलचल मचाती है। मदमस्त कर देती ...ये आवाज भीतर घुसकर हलचल मचाती है। मदमस्त कर देती है। शुक्रिया आपका।हरि जोशीhttp://irdgird.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5996539712681912556.post-67464942875494672462009-06-29T11:52:22.150+05:302009-06-29T11:52:22.150+05:30अफलातून जी येसुदास के बारे में मैंने रेडियोवाणी पर...अफलातून जी येसुदास के बारे में मैंने रेडियोवाणी पर भी लिखा है । सबसे पहले मेरी जानकारी में सलिल चौधरी उन्हें हिंदी फिल्म संसार में उतारा था । उनका संकट ये रहा कि बंबईया संगीत जगत में किसी भी नायक पर उनकी आवाज़ फिट नहीं बैठती थी । एक समय तक उनके बहुत गीत आए । पर फिर वे दक्षिण तक ही सिमट गए । सुना है कि बीच में वो अमरीका जाकर बस गए थे । बहुत बाद में अनिल कपूर अभिनीत एक फिल्म में उन्होंने अनिल कपूर के लिए गाया था । <br />वो किसी क्षेत्रवाद का शिकार नहीं हुए । बंबईया फिल्म जगत की बंधी बंधाई लीक में जम नहीं सके । कुछ बरस पहले उनके बेटे विजय ने 'फिर मिलेंगे' नामक फिल्म में हिंदी में गाया है । ज़रा सोचिए कि अपने कुछ ही गीतों से येसुदास अपने अलबम की बिक्री में कई बड़े दिग्गजों को अभी भी पटखनी देते हैं ।Yunus Khanhttps://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5996539712681912556.post-86392000682149751872009-06-29T07:49:54.520+05:302009-06-29T07:49:54.520+05:30आपके माध्यम से आज की सुबह येसुदास के नाम रही .येसु...आपके माध्यम से आज की सुबह येसुदास के नाम रही .येसुदास मुझे बहुत पसंद है .बहुत बहुत धन्यवाद.अरुण पालीवालhttps://www.blogger.com/profile/07627330927372891887noreply@blogger.com